Monday, February 22, 2021

Indore Red Light Area | इंदौर रेड लाइट एरिया WHATSAPP number call girl indore

 

WHATSAPP पर होती है डील, फिर होता है जिस्म का कारोबार

देशी-विदेशी लड़कियां है उपलब्ध- 700 से 15 हजार रुपए तक करवा रहे उपलब्ध- खजराना चौराहा, राजेंद्र नगर, विजय नगर सहित शहरभर में सक्रिय हैं दलाल।




Indore, Madhya Pradesh, India

इंदौर. जैसे-जैसे ऑनलाइन का क्रेज बढ़ता जा रहा है, ठीक उसी दिशा में अवैध धंधों का भी कारोबार ऑनलाइन हो चला है।

पत्रिका ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय लोगों से चर्चा की, यह सभी देशी-विदेशी लड़कियां और युवतियां सप्लाय करते हैं। 700 से लेकर 15 हजार रुपए तक युवतियां उपलब्ध हैं, यही नहीं इनके द्वारा संचालित सेंटर्स पर ही यह सेवाएं देते हैं।

केस 1  : सुशांत
रिपोर्टर : हैलो सर्विस चाहिए।
सुशांत : मिल जाएगी, कब चाहिए।
रिपोर्टर : स्टेटस फोटो ही चाहिए।
सुशांत : वन शॉट, 15 हजार रुपए।
रिपोर्टर : ज्यादा हैं।
सुशांत : 3 हजार से शुरू हैं, आ जाओ।
रिपोर्टर : स्पॉट।
सुशांत : बॉम्बे हॉस्पिटल चौराहे पर आकर फोन करना।


केस 2  : साहिल
रिपोर्टर : हैलो सर्विस मिल जाएगी।
सुशांत : मिल जाएगी।
रिपोर्टर : फोटो और प्राइज भेज दो।
(आधा दर्जन युवतियां के फोटो वॉट्सएप पर भेज दिए। सभी युवतियों के लिए 2 हजार रुपए बताए गए)
रिपोर्टर : स्पॉट।
सुशांत : खजराना चौराहे पर आकर वॉट्स-एप करो।

केस 3 : मोनिका
रिपोर्टर : सर्विस चाहिए।
मोनिका : किसने नंबर दिया।
रिपोर्टर : वेबसाइट से निकाला।
मोनिका : 2 हजार रुपए लगेंगे, जगह हमारी हैं।
रिपोर्टर : कम में कुछ हो जाएगा।
मोनिका : आकर देख लो।
रिपोर्टर : कहां पर ।
मोनिका : राजेंद्र नगर चौराहे पर आकर फोन करो।

नहीं है डर
एस्कार्ट सर्विस देने वाले यह सभी लोग वॉट्सएप पर सक्रिय है, हालांकि इन्हें फोन लगाया जाता है तो यह फोन नहीं उठाते हैं। केवल मैसेज के माध्यम से यह काम किया जा रहा है। दरअसल, मैसेज के आधार पर इन्हें आसानी से ट्रेस नहीं किया जा, यही वजह है कि इन्हें पुलिस कार्रवाई का भी डर नहीं है।

ऑनलाइन सक्रिय
मोबाइल नंबर के आधार पर वॉट्सएप नंबर एक्टिवेट किया जाता है। इसके पश्चात मोबाइल नंबर बंद कर देते हैं। इसी वॉट्सएप नंबर से यह गोरखधंधा चलाया जा रहा है। नंबर बंद होने से इन्हें ट्रेस नहीं किया जा सकता है। वॉट्सएप पर आने वाले ग्राहक को यह पहचान लेेते हैं और यदि गड़बड़ी दिखती हैं, तो उसे ब्लॉक करके बाहर कर दिया जाता है। यही वजह है कि इन्हें ढूंढना या इनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई आसान नहीं है।

Bhopal Red Light Area | भोपाल रेड लाइट एरिया

जिस्म के धंधे में बोली का बाजार

तीन घंटे के 1600 से लेकर 2600 रुपए तक के रेट इन फोटो पर नाम के साथ डाले गए हैं। ये अपने आप में काफी चौंकाने वाला है।





 

  EXPOSE: जिस्म के धंधे में बोली का बाजार

 भोपाल। तीन घंटे के 1600 से लेकर 2600 रुपए तक के रेट इन फोटो पर नाम के साथ डाले गए हैं। ये अपने आप में काफी चौंकाने वाला है। क्योंकि कोई भी इस तरह से खुली नुमाइश नहीे करता है, लेकिन इस अकाउंट की जांच होना अब जरूरी हो गया है। क्योंकि चार दिन में ही इस पर काफी कमेंट आए। अगर ये बुकिंग का जरिया भी है तो ये खुराफात करने वाले काफी कुछ सफल भी रहे होंगे।




   
सोशल साइट्स पर जिस्म के धंधे में बोली लगाने वाला एक और अकाउंट सामने आया है। गल्र्स बार एंड कॉल गल्र्स भोपाल के नाम से बने इस अकाउंट पर न केवल लड़कियों के फोटो पड़े हैं बल्कि उनके रेट भी फिक्स कर रखे हैं। इससे पहले जो भी पेज थे उनमें रेट नहीं होते थे, लेकिन इस बार इस खुराफात को अंजाम देने वाले ने एक कदम आगे चलते हुए रेट भी डाल दिए हैं। कुछ दिन पहले सामने आए इस पेज को सोमवार तक 106 लोग लाइक कर चुके हैं। गल्र्स की फोटो पर बुकिंग करने वाले बेखौफ होकर उनकी बोली लगा रहे हैं। कई तो अपना मोबाइल नंबर डालकर रेट से ज्यादा रुपए देने को तैयार है।
इस अकाउंट पर जो फोटो पड़े हैं वे किसी और के हो सकते हैं, लेकिन पुलिस सूत्रों से जुड़े लोगों का मानना है कि फोटो बुकिंग का जरिया हो सकता है। क्योंकि सेक्स रैकेट में शामिल रहने वाली कोई भी लड़की नहीं चाहेगी कि उसकी फोटो सार्वजनिक हो और उस पर नाम और रेट डाले जाएं। मगर इस अकाउंट पर कोई एक दो नहीं बल्कि तीन दर्जन से ज्यादा फोटो पड़े हुए हैं जिनमें कमेंट्स आ रहे हैं। 18 सितम्बर को इस अकाउंट पर लास्ट फोटो के साथ रेट डाले गए हैं। उसके बाद कोई नई पोस्ट नहीं आई है।

इस तरह के अकाउंट्स पुलिस के लिए कड़ी जांच का विषय बन चुके हैं। आखिर कोई क्यूं इस तरह से फोटो के ऊपर रेट लिखकर बोली का ओपन बाजार चला रहा है। इससे पहले के जो अकाउंट बने थे वे प्रकाशित होने के बाद बंद हो चुके हैं। उनमें रेट नहीं होते थे, ये एक नया अकाउंट है जो 14 सितम्बर को सामने आया और 18 सितम्बर को आखिर पोस्ट डाली गई है।

सोशल साइट्स पर अगर इस तरह का हो रहा है तो इस बारे में शहर पुलिस से बात कर लें। वहां से कुछ आएगा तो हम जरूर इस पर कार्रवाई करेंगे। 
















Friday, January 22, 2021

ब्यावरा शहर । Smart City Biaora | अपना नगर एक खूबसूरत लाइफ

 ब्यावरा  शहर  राजगढ़   जिले   का   मुख्य  शहर  है   यंह की आबादी अधिक होने के कारण व्यवसाय का एक मुख्य साधन बन गया और यंह पर प्राचीन मंदिर के रूप में श्री अंजनी लाल धाम इस शहर की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है ।



अपना नगर 

एक खूबसूरत अहसास एक खूबसूरत यादो का सफर।

इस शहर का एक एक बच्चा अपना नगर से वाकिफ है और ये अपना नगर अपनी स्कूल लाइफ को हर वक़्त याद करने पर मजबूर कर देता है । जंहा पड़ने लिखने वाले लड़को ओर लड़कियों के जीवन मे आता है यंह पर स्तिथि बायो, केमेस्ट्री, फिजिक्स, के कोचिंग सेंटर जो अनेक बच्चों को जोड़ने का काम करते है जो दोस्ती का मतलब बताते है । जीवन को जीने का तरीका सिखाते है जो हमारे जीवन मे हमेशा याद रहते है । और एक दिन सभी बच्चे 12th क्लास पास कर के चले जाते है। और ये सिलसिला यूँही चलता रहता है। 




यंह पर बहने वाली अजनार नदी के ऊपर बना एक डेम जो 200 का बनन्दा के रूप में जाने जाना वाला जंहा शहर के सभी लोग स्नान करने का लुप्त उठाते है । जंहा लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग घूमने ओर टहलने जाते है । 

ब्यावरा शहर के बीच इस्तित पीपल चौराहा जंहा लगे चाट के ठेले पास्ट फूड की दुकान इस शहर को ओर खूबसूरत बनाती है जंहा लोगो की भीड़ थमती नही ।



मार्ग 

आगरा से मुंबई हाइवे ब्यावरा शहर से होकर गुजरता है ।

ब्यावरा में इलेक्ट्रिक रेल सेवा उपलब्ध है ।


Rahul Prajapati

Thursday, January 21, 2021

थाईलेंड कीअनसुनि बात | Thaileṇḍ | थाईलैंड जाना इतना क्यों पसंद कर रहे हैं भारतीय

 

थाईलैंड जाना इतना क्यों पसंद कर रहे हैं भारतीय


थाईलैंड

थाईलैंड विदेशी पर्यटन से पैसा कमाने के मामले में इस साल फ़्रांस को भी पीछे छोड़ते हुए दुनिया का तीसरा देश बन गया है. फ़ाइनैंशियल टाइम्स के शोध के मुताबिक़ थाईलैंड को इस मुकाम पर भारतीयों ने लाया है.

2017 में थाईलैंड को पर्यटन से 58 अरब डॉलर का राजस्व हासिल हुआ. इस साल 3.5 करोड़ पर्यटक थाईलैंड आए थे. यही गति रही तो पाँच सालों के भीतर थाईलैंड स्पेन को पीछे छोड़ दूसरा स्थान हासिल कर सकता है और फिर अमरीका ही उससे आगे रह जाएगा. पर्यटन उद्योग थाईलैंड के लिए सबसे लाभकारी साबित हो रहा है.

थाईलैंड

फ़ाइनैंशियल टाइम्स का कहना है अगर पर्यटन उद्योग को निकाल दिया जाए तो उसकी अर्थव्यवस्था 3.3 फ़ीसदी की दर से ही आगे बढ़ती. 2018 की पहली छमाही में थाईलैंड की जीडीपी में पर्यटन उद्योग का योगदान 12.4 फ़ीसदी था.

यह थाईलैंड की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के बराबर है. द वर्ल्ड ट्रैवेल एंड टूरिज़म काउंसिल का अनुमान है कि थाईलैंड की जीडीपी में घरेलू और विदेशी पर्यटन का योगदान 21.2 फ़ीसदी रहा था.

थाईलैंड के पर्यटन में बूम के पीछे भारत है. भारत के बाद चीन का भी इसमें योगदान है. चीन के कई ऐसे एयरपोर्ट हैं जहां से थाईलैंड जाने में तीन से चार घंटे के वक़्त लगते हैं. पिछले साल 14 लाख भारतीय थाईलैंड गए और यह उसके पहले के साल से 18.2 फ़ीसदी ज़्यादा है.

थाईलैंड

2010 से थाईलैंड जाने वाले भारतीयों हर वर्ष औसत 10 फ़ीसदी बढ़े हैं. थाईलैंड आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारत 2017 में पांचवे नंबर पर था जबकि 2013 में सातवें नबर पर था.

आख़िर थाईलैंड भारतीयों को इतना क्यों भा रहा है?

नई दिल्ली से थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक जाने में चार से पाँच घंटे का वक़्त लगता है. जो भारतीय अपने देश में फ्लाइट से सफर करते हैं उनके लिए बैंकॉक का किराया भी बहुत ज़्यादा नहीं है. आज की तारीख़ में में आठ से दस हज़ार के किराए में फ्लाइट से बैंकॉक पहुंचा जा सकता है.

थाईलैंड अपने ख़ूबसूरत बीच के लिए जाना जाता है. थाईलैंड के बीच की ख़ूबसूरती भी दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करती है. भारतीयों के लिए थाईलैंड से ख़ूबसूरत कोई बीच पास में नहीं है.

नजदीक और सस्ता होने के कारण भी भारतीय थाईलैंड को ख़ूब पसंद करते हैं. भारत का निम्न मध्य वर्ग यूरोप का खर्च वहन नहीं कर सकता है ऐसे में थाईलैंड एक मजबूत विकल्प के रूप में सामने आता है.

थाईलैंड

भारत के साथ थाईलैंड का सांस्कृतिक रिश्ता भी है. थाईलैंड के लोग बौद्ध धर्म का पालन करते हैं. ऐसे में भारत थाईलैंड के लिए कोई अजनबी देश नहीं है.

दक्षिण-पूर्वी एशिया में इंटर करने के लिए थाईलैंड प्रमुख देश है. थाईलैंड के ज़रिए पूरे उपद्वीप को सस्ते में घूमा जा सकता है. थाईलैंड में भारतीय दिसंबर से जुलाई महीने के बीच ख़ूब जाते हैं.

भारतीयों में नीले पानी और समुद्र तट की सफ़ेद रेत को लेकर काफ़ी मोह रहता है. भारतीयों के लिए थाईलैंड का वीज़ा पाना बहुत आसान है. यहां तक कि ऑनलाइन भी थाईलैंड के वीज़ा के लिए आवेदन किया जा सकता है.

थाईलैंड

भारत गर्मी तड़पाने वाली होती है जबकि थाईलैंड का मौसम बिल्कुल अनुकूल होता है. अधिकतम तापमान 33 तक जाता है. भारतीयों को थाईलैंड का स्पाइसी स्ट्रीट फूड भी ख़ूब रास आता है. भारतीय यहां आईस्क्रीम और सीफूड जमकर खाते हैं. बैंकॉक में कई बड़े बुद्ध मंदिर हैं.

थाईलैंड टूरिस्ट वेबसाइट का कहना है कि बड़ी संख्या में वैसे भारतीय भी यहां आते हैं जो सेक्स की चाहत मन में संजोए रहते हैं.

हालांकि इस वेबसाइट का कहना है कि भारतीय और अरब के पुरुषों की छवि थाईलैंड में बहुत ठीक नहीं है.

वैसे थाईलैंड में ज़्यादातर भारतीय पुरुषों की छवि ये भी है ये ग़रीब मुल्क से हैं इसलिए ज़्यादा पैसे लेकर नहीं आते हैं.

Rahul Prajapati

Top 5 Beach In Goa | गोवा के टॉप 5 बीच

 बागा बीच

गोवा का बागा बीच सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में एक है। बागा बीच पार्टी, नाइटलाइफ और सी फूड के लिए जाना जाता है। इसके आसपास बेहतरीन रेस्त्रां और होटल है। बागा बीच अपनी भूरी रेत और पाम के पेड़ों से पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह बीच मछली पकड़ने, धूप में लेटने और पैडल बोट के लिए महशूर है। बागा बीच पर जनवरी और मार्च के बीच विंड सर्फिंग का आनंद लिया जा सकता है। नेशनल विंड सर्फिंग चैंपियनशिप भी सितंबर-नवंबर के आसपास हर साल आयोजित किया जाता है।






अगोंडा
एशिया में सबसे सुंदर बीच में शुमार अगोंडा बीच शांत और साफ-सुथरा बीच के लिए जाना जाता है। अगोंडा बीच पर पर्यटक शांति से धूप का आनंद ले सकते हैं। अगोंडा बीच पर और बीच से कम भीड़ होती है, इसलिए यह बीच अकेले में समय बिताना वाले और पढ़ने वाले पर्यटकों को आकर्षित करता है।







कैंडोलिम बीच
कैंडोलिम तट उत्तरी गोवा में स्थित है। कैंडोलिम पणजी से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह बीच गोवा के सबसे लंबे बीचों में से एक है। कैंडोलिम इलाका गोवा के सबसे प्रसिद्ध तट कैलंगूट बीच के पास स्थित है। कैंडोलिम बीच शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है।










कैलंगट बीच
कैलंगट बीच गोवा का भीड़भार वाला बीच है। यह बीच वॉटर स्पोर्ट्स और डॉलफिन के लिए मशहूर है। क्रिसमस और न्यू ईयर के दौरान कैलंगट बीच पर पर्यटकों काफी भीड़ होती है। गोवा में कैलंगट बीच को समुद्र तटों की रानी के रूप में जाना जाता है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक कैलंगट बीच के डूबते सूरज अद्भभूत नजारे को देखने आते हैं।










केवेलोसिम बीच
केवेलोसिम बीच साल नदी के किनारे स्थित है। धान के खेत और नारियल के पेड़ों से घिरे केवेलोसिम बीच बहुत संदर है। केवेलोसिम बीच नर्म सफेद रेत के लिए प्रसिद्ध है और यहां काली लावा पहाड़ियां होती है। यह तट गोवा के अन्य प्रसिद्ध तटों में से एक है।








Rahul Prajapati


झीलों का शहर - भोपाल | मध्य प्रदेश | भारत | Bhopal Tourist Places | Bhopal

 

पांच पहाड़ियों से घिरा है ये शहर, विदेश से कम नहीं ये तस्वीरें, कुछ रोचक फैक्ट्स आपको खींच लाएंगे यहां

ये तस्वीरें बताती हैं कि भोपाल दुबई, मॉरिशस, बैंकॉक, सिंगापुर जैसी विदेशी खूबसूरतियों से कम नहीं हैं...




भोपाल। पांच पहाडिय़ों पर बसा नवाबी तहजीब का शहर भोपाल कितना खूबसूरत हो सकता है, इसकी जितनी कल्पना की जाए कम होगी। यहां आकर आप प्रकृति के बेहद करीब महसूस करते हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर भोपाल के कद्रदानों ने कुछ ऐसी ही तस्वीरें शेयर की हैं, जो कभी प्रकृति प्रेमी ने क्लिक की होंगी...ये तस्वीरें बताती हैं कि भोपाल दुबई, मॉरिशस, बैंकॉक, सिंगापुर जैसी विदेशी खूबसूरतियों से कम नहीं हैं। इन तस्वीरों में भोपाल की खूबसूरती ( bhopal tourism ) के साथ हम आपको बता रहे हैं एमपी की राजधानी भोपाल के रोचक नाम...इन्हें देखकर जानकर आप जरूर कहेंगे चलते हैं भोपाल...






पांच पहाडिय़ों का शहर

भोपाल पांच पहाडिय़ों पर बसा है ईदगाह हिल्स, अरेरा हिल्स, श्यामला हिल्स, कटारा हिल्स, द्रोणाचल नेवरी हिल्स।

झीलों की नगरी

भोपाल को झीलों की नगरी कहा जाता है। इसका कारण यहां निर्मित छोटी-बड़ी कई झीलें हैं। पर मुख्यत: राजा भोज द्वारा बनवाई गई बड़ी झील या बड़ा तालाब सबसे खूबसूरत और मशहूर स्पॉट है। तो छोटी झील या छोटा तालाब दूसरी फेमस झील है। इनके अलावा शाहपुरा लेक, मोती मस्जिद के पास स्थित झील आदि।



नंबर वाला शहर

भोपाल विश्व का एकमात्र ऐसा शहर है, जो नंबरों पर चलता है। यहां जगहों के नाम का आधार सिर्फ उनका नंबर है। वे उन्हीं नंबर से ही इनकी पहचान होती है। यहां एक नंबर दो नंबर से लेकर 10 नंबर, साढ़े 10 नंबर, 11 नंबर, साढ़े 11 नंबर जैसे नाम वाले कई स्पॉट्स हैं।


ये भी हैं खासियत

- भोपाल की सबसे बड़ी मस्जिद का नाम ताज-उल-मसाजिद है। आपको बता दें कि ये केवल भोपाल की नहीं बल्कि पूरे एशिया में सबसे बड़ी मस्जिद है। जिसे देखने देश-विदेश से लोग यहां आते हैं।

- एशिया की सबसे छोटी मस्जिद का तमगा भी भोपाल के ही नाम है। ढाई सीढ़ी की ये मस्जिद भी नवाबों ने ही बनवाई थी।

- इसके अलावा यहां जामा मस्जिद लक्ष्मीनारायण मंदिर, बिड़ला संग्रहालय, शौकत महल और सदर मंजिल, भारत-भवन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, राजकीय संग्रहालय, गांधी भवन, वन विहार, चौक, बड़ी और छोटी झील, मछली घर आदि पर्यटन स्थल हैं।



- यही नहीं भोपाल से 10-20 किलोमीटर की दूरी पर प्राकृतिक नजारों से सम्पन्न ऐसे स्थल भी हैं, जहां जाकर आप खुद को प्रकृति के बेहद करीब महसूस करते हैं।

- प्राकृतिक खूबसूरती के साथ ही यहां की शांति आपको सुकून से भर देती है। धार्मिक स्थलों के साथ ही यहां के प्राकृतिक शांत नजारे आपको अध्यात्म की ओर भी आकर्षित करते हैं।




कैसे पहुंचे

वायु मार्ग

दिल्ली, ग्वालियर, इंदौर और मुंबई से भोपाल के लिए नियमित विमान सेवा है।

रेल मार्ग

भोपाल, दिल्ली-मद्रास मेन लाईन पर है। मुंबई से इटारसी और झांसी के रास्ते दिल्ली जाने वाली मुख्य गाडिय़ां भोपाल होकर जाती हैं।

सड़क मार्ग

भोपाल तथा इंदौर, मांडू, उज्जैन, खजुराहो, पचमढ़ी, ग्वालियर, सांची, जबलपुर और शिवपुरी के बीच नियमित बस सेवाएं हैं।

यहां ठहरें

मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के होटल तथा निजी होटल हैं। यह आपके बजट के अंदर भी हैं और लग्जरी होटल्स की सुविधाएं भी बेहतरीन हैं।

ये हैं फेमस फूड

अगर आप भोपाल की नवाबी संस्कृति का भरपूर मजा लेना चाहते हैं तो नवाबी पकवानों का मजा भी मिलेगा। लेकिन यहां आपको नवाबी ही नहीं, राजस्थानी, गुजराती, साउथ इंडियन, चाइनीज फूड भी आसानी से मिल जाता है। हां लेकिन यहां की ईरानी चाय पीना न भूलें, नमक वाली ये चाय आपको हमेशा याद रहेगी।







Rahul Prajapati

Indore Red Light Area | इंदौर रेड लाइट एरिया WHATSAPP number call girl indore

  WHATSAPP पर होती है डील, फिर होता है जिस्म का कारोबार देशी-विदेशी लड़कियां है उपलब्ध- 700 से 15 हजार रुपए तक करवा रहे उपलब्ध- खजराना चौराह...