WHATSAPP पर होती है डील, फिर होता है जिस्म का कारोबार
देशी-विदेशी लड़कियां है उपलब्ध- 700 से 15 हजार रुपए तक करवा रहे उपलब्ध- खजराना चौराहा, राजेंद्र नगर, विजय नगर सहित शहरभर में सक्रिय हैं दलाल।

पत्रिका ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय लोगों से चर्चा की, यह सभी देशी-विदेशी लड़कियां और युवतियां सप्लाय करते हैं। 700 से लेकर 15 हजार रुपए तक युवतियां उपलब्ध हैं, यही नहीं इनके द्वारा संचालित सेंटर्स पर ही यह सेवाएं देते हैं।
केस 1 : सुशांत
रिपोर्टर : हैलो सर्विस चाहिए।
सुशांत : मिल जाएगी, कब चाहिए।
रिपोर्टर : स्टेटस फोटो ही चाहिए।
सुशांत : वन शॉट, 15 हजार रुपए।
रिपोर्टर : ज्यादा हैं।
सुशांत : 3 हजार से शुरू हैं, आ जाओ।
रिपोर्टर : स्पॉट।
सुशांत : बॉम्बे हॉस्पिटल चौराहे पर आकर फोन करना।
केस 2 : साहिल
रिपोर्टर : हैलो सर्विस मिल जाएगी।
सुशांत : मिल जाएगी।
रिपोर्टर : फोटो और प्राइज भेज दो।
(आधा दर्जन युवतियां के फोटो वॉट्सएप पर भेज दिए। सभी युवतियों के लिए 2 हजार रुपए बताए गए)
रिपोर्टर : स्पॉट।
सुशांत : खजराना चौराहे पर आकर वॉट्स-एप करो।
केस 3 : मोनिका
रिपोर्टर : सर्विस चाहिए।
मोनिका : किसने नंबर दिया।
रिपोर्टर : वेबसाइट से निकाला।
मोनिका : 2 हजार रुपए लगेंगे, जगह हमारी हैं।
रिपोर्टर : कम में कुछ हो जाएगा।
मोनिका : आकर देख लो।
रिपोर्टर : कहां पर ।
मोनिका : राजेंद्र नगर चौराहे पर आकर फोन करो।
नहीं है डर
एस्कार्ट सर्विस देने वाले यह सभी लोग वॉट्सएप पर सक्रिय है, हालांकि इन्हें फोन लगाया जाता है तो यह फोन नहीं उठाते हैं। केवल मैसेज के माध्यम से यह काम किया जा रहा है। दरअसल, मैसेज के आधार पर इन्हें आसानी से ट्रेस नहीं किया जा, यही वजह है कि इन्हें पुलिस कार्रवाई का भी डर नहीं है।
ऑनलाइन सक्रिय
मोबाइल नंबर के आधार पर वॉट्सएप नंबर एक्टिवेट किया जाता है। इसके पश्चात मोबाइल नंबर बंद कर देते हैं। इसी वॉट्सएप नंबर से यह गोरखधंधा चलाया जा रहा है। नंबर बंद होने से इन्हें ट्रेस नहीं किया जा सकता है। वॉट्सएप पर आने वाले ग्राहक को यह पहचान लेेते हैं और यदि गड़बड़ी दिखती हैं, तो उसे ब्लॉक करके बाहर कर दिया जाता है। यही वजह है कि इन्हें ढूंढना या इनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई आसान नहीं है।